राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) चीफ मोहन भागवत ने दिल्ली में संघ की नई बिल्डिंग ‘केशव कुंज’ का इनॉगरेशन किया। इस दौरान भागवत ने कहा कि संघ का काम लगातार बढ़ रहा है और अब यह देशभर में तेजी से फैल रहा है। जितना भव्य भवन उतना भव्य कार्य करना है। हमारा लक्ष्य भारत को फिर से ‘विश्वगुरु’ बनाना है और हम इसे अपने जीवनकाल में जरूर देखेंगे। इसके लिए हर स्वयंसेवक को निःस्वार्थ भाव से काम करना होगा। भागवत ने आगे कहा;- दिल्ली देश का केंद्र है और यहां से संघ का मार्गदर्शन होता है, इसलिए इस नए कार्यालय की जरूरत महसूस की गई थी। इनॉगरेशन के दौरान की 3 तस्वीरें… भागवत बोले- समय बदला, लेकिन संघ के सिद्धांत नहीं बदले
मोहन भागवत ने कहा कि संघ का दायरा कई स्तरों पर बढ़ रहा है, इसलिए हर स्वयंसेवक को निष्ठा और कर्तव्यनिष्ठा से काम करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि समय के साथ परिस्थितियां बदली हैं, लेकिन संघ के सिद्धांत और दिशा नहीं बदलनी चाहिए। संगठन के 100 साल पूरे होने पर संतों का संदेश
श्रीराम जन्मभूमि न्यास के कोषाध्यक्ष पूज्य गोविंददेव गिरी महाराज ने इनॉगरेशन के दौरान कहा कि आज का दिन खास है, क्योंकि संघ के द्वितीय सरसंघचालक गुरुजी और छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती भी है। उन्होंने शिवाजी के सैनिकों से स्वयंसेवकों की तुलना करते हुए कहा कि संघ हमेशा भारत की परंपराओं के आधार पर देश के विकास की बात करता है। नई इमारत में 12 मंजिला 3 टावरों में 300 कमरे
दिल्ली के इस दफ्तर में संघ 1962 से यहां काम कर रहा है। नया कंस्ट्रक्शन 2018 में शुरू हुआ था, जो 8 साल बाद पूरा हुआ। गुजरात के आर्किटेक्ट अनूप दवे ने इसे डिजाइन किया है। बिल्डिंग को मॉडर्न और ओल्ड दोनों की तरह का लुक दिया गया है। 3.75 एकड़ में फैले 150 करोड़ की लागत से बनाए गए नए दफ्तर में 12 मंजिला वाले 3 टावर- साधना, प्रेरणा और अर्चना हैं। इनमें 300 कमरे-ऑफिस हैं। दावा है कि यह रकम 75 हजार लोगों ने दान दी थी। बिल्डिंग में लाइब्रेरी और हेल्थ क्लिनिक भी
मेन ऑडिटोरियम विश्व हिंदू परिषद (VHP) नेता अशोक सिंघल की स्मृति में बनाया गया है, जो अयोध्या में राम मंदिर के मुख्य समर्थकों में से एक थे। इसमें 463 लोग बैठ सकते हैं, जबकि दूसरे हॉल में 650 सदस्य बैठ सकते हैं। इस बिल्डिंग में लाइब्रेरी, हेल्थ क्लिनिक (5 बिस्तर वाला) और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट भी है। इलाके के गरीब तबके के लोग इस अस्पताल में इलाज कर सकेंगे। और बाहरी लोग भी लाइब्रेरी का उपयोग कर सकेंगे। नई बिल्डिंग की 4 तस्वीरें… मार्च में बेंगलुरु में RSS की सालाना अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा 21 से 23 मार्च तक बेंगलुरु में RSS की सालाना अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा का आयोजन होगा। ये RSS का सर्वोच्च निर्णय लेने वाला निकाय माना जाता है। इस बैठक में RSS और इससे जुड़े संगठनों के 1500 से ज्यादा लोग भाग लेंगे। बैठक में संगठनात्मक मामलों के अलावा दूसरे प्रमुख मुद्दों पर चर्चा होगी। कई मामलों पर संघ का रुख दर्शाने वाले प्रस्ताव पारित किए जाएंगे। बैठक में पार्टी अध्यक्ष सहित वरिष्ठ भाजपा नेता भी शामिल होंगे। ………………………… RSS से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… खिलाफत आंदोलन से नाराज एक कांग्रेसी ने RSS शुरू किया: पहली बार 84 रुपए फंड मिला; 99 साल के संघ की कहानी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी RSS साल 2024 में 99 साल का हो गया। 1925 में विजयादशी के दिन पांच स्वंयसेवकों के साथ डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने इसकी शुरुआत की थी। आज संघ के लाखों स्वयंसेवक हैं। संघ के मुताबिक ब्रिटेन, अमेरिका, फिनलैंड, मॉरीशस समेत 39 देशों में उसकी शाखा लगती है। 99 साल के इस सफर में तीन बार संघ पर बैन लगा। संघ प्रमुख को जेल तक जाना पड़ा। पूरी खबर पढ़ें…
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) चीफ मोहन भागवत ने दिल्ली में संघ की नई बिल्डिंग ‘केशव कुंज’ का इनॉगरेशन किया। इस दौरान भागवत ने कहा कि संघ का काम लगातार बढ़ रहा है और अब यह देशभर में तेजी से फैल रहा है। जितना भव्य भवन उतना भव्य कार्य करना है। हमारा लक्ष्य भारत को फिर से ‘विश्वगुरु’ बनाना है और हम इसे अपने जीवनकाल में जरूर देखेंगे। इसके लिए हर स्वयंसेवक को निःस्वार्थ भाव से काम करना होगा। भागवत ने आगे कहा;- दिल्ली देश का केंद्र है और यहां से संघ का मार्गदर्शन होता है, इसलिए इस नए कार्यालय की जरूरत महसूस की गई थी। इनॉगरेशन के दौरान की 3 तस्वीरें… भागवत बोले- समय बदला, लेकिन संघ के सिद्धांत नहीं बदले
मोहन भागवत ने कहा कि संघ का दायरा कई स्तरों पर बढ़ रहा है, इसलिए हर स्वयंसेवक को निष्ठा और कर्तव्यनिष्ठा से काम करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि समय के साथ परिस्थितियां बदली हैं, लेकिन संघ के सिद्धांत और दिशा नहीं बदलनी चाहिए। संगठन के 100 साल पूरे होने पर संतों का संदेश
श्रीराम जन्मभूमि न्यास के कोषाध्यक्ष पूज्य गोविंददेव गिरी महाराज ने इनॉगरेशन के दौरान कहा कि आज का दिन खास है, क्योंकि संघ के द्वितीय सरसंघचालक गुरुजी और छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती भी है। उन्होंने शिवाजी के सैनिकों से स्वयंसेवकों की तुलना करते हुए कहा कि संघ हमेशा भारत की परंपराओं के आधार पर देश के विकास की बात करता है। नई इमारत में 12 मंजिला 3 टावरों में 300 कमरे
दिल्ली के इस दफ्तर में संघ 1962 से यहां काम कर रहा है। नया कंस्ट्रक्शन 2018 में शुरू हुआ था, जो 8 साल बाद पूरा हुआ। गुजरात के आर्किटेक्ट अनूप दवे ने इसे डिजाइन किया है। बिल्डिंग को मॉडर्न और ओल्ड दोनों की तरह का लुक दिया गया है। 3.75 एकड़ में फैले 150 करोड़ की लागत से बनाए गए नए दफ्तर में 12 मंजिला वाले 3 टावर- साधना, प्रेरणा और अर्चना हैं। इनमें 300 कमरे-ऑफिस हैं। दावा है कि यह रकम 75 हजार लोगों ने दान दी थी। बिल्डिंग में लाइब्रेरी और हेल्थ क्लिनिक भी
मेन ऑडिटोरियम विश्व हिंदू परिषद (VHP) नेता अशोक सिंघल की स्मृति में बनाया गया है, जो अयोध्या में राम मंदिर के मुख्य समर्थकों में से एक थे। इसमें 463 लोग बैठ सकते हैं, जबकि दूसरे हॉल में 650 सदस्य बैठ सकते हैं। इस बिल्डिंग में लाइब्रेरी, हेल्थ क्लिनिक (5 बिस्तर वाला) और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट भी है। इलाके के गरीब तबके के लोग इस अस्पताल में इलाज कर सकेंगे। और बाहरी लोग भी लाइब्रेरी का उपयोग कर सकेंगे। नई बिल्डिंग की 4 तस्वीरें… मार्च में बेंगलुरु में RSS की सालाना अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा 21 से 23 मार्च तक बेंगलुरु में RSS की सालाना अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा का आयोजन होगा। ये RSS का सर्वोच्च निर्णय लेने वाला निकाय माना जाता है। इस बैठक में RSS और इससे जुड़े संगठनों के 1500 से ज्यादा लोग भाग लेंगे। बैठक में संगठनात्मक मामलों के अलावा दूसरे प्रमुख मुद्दों पर चर्चा होगी। कई मामलों पर संघ का रुख दर्शाने वाले प्रस्ताव पारित किए जाएंगे। बैठक में पार्टी अध्यक्ष सहित वरिष्ठ भाजपा नेता भी शामिल होंगे। ………………………… RSS से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… खिलाफत आंदोलन से नाराज एक कांग्रेसी ने RSS शुरू किया: पहली बार 84 रुपए फंड मिला; 99 साल के संघ की कहानी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी RSS साल 2024 में 99 साल का हो गया। 1925 में विजयादशी के दिन पांच स्वंयसेवकों के साथ डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने इसकी शुरुआत की थी। आज संघ के लाखों स्वयंसेवक हैं। संघ के मुताबिक ब्रिटेन, अमेरिका, फिनलैंड, मॉरीशस समेत 39 देशों में उसकी शाखा लगती है। 99 साल के इस सफर में तीन बार संघ पर बैन लगा। संघ प्रमुख को जेल तक जाना पड़ा। पूरी खबर पढ़ें…